Hindi NewsNationalDay night Temperature Will Be Normal Or Slightly Higher; Temperature Expected To Drop Rapidly In Southern States
नई दिल्लीएक दिन पहले
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दक्षिण भारत के 5 राज्यों को छोड़कर पूरे देश में लगातार दूसरे साल कड़ाके की सर्दी पड़ने की आशंका नहीं है। भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन महीने (दिसंबर से फरवरी 2023) में देश में औसत तापमान सामान्य रहेगा या उससे भी थोड़ा ज्यादा रह सकता है। यानी, पारा ज्यादा नहीं गिरेगा।
पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर के मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में सर्दी ज्यादा नहीं सताएगी। इसी तरह मध्य, पश्चिम और पूर्वोत्तर राज्यों में अधिकतम (दिन) व न्यूनतम (रात) तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक बना रह सकता है। हालांकि, उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर अगले तीन महीने में कभी-कभी एक या दो दिन तक तापमान ज्यादा गिरेगा, लेकिन जल्दी ही संभल भी जाएगा।
इस वजह से इस साल ‘कोल्ड डे’ और ‘सीवियर कोल्ड डे’ की संख्या बीते वर्षों की तुलना में कम रहेगी। हालांकि, देश के दक्षिणी राज्यों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की आशंका है। दिसंबर में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना में सामान्य से 31% अधिक बारिश की आशंका है। इससे पारा गिरना तय है।
कोहरे की वजह से 18 ट्रेनें 3 महीने के लिए रद्द
उत्तर में कोहरे के चलते 18 ट्रेनों को 3 महीने के लिए रद्द कर दिया गया है। रद्द की जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें लंबी दूरी की हैं। उत्तर-मध्य रेलवे ने भी 26 ट्रेनों के फेरे कम कर दिए हैं।
वजह… पश्चिमी विक्षोभ कम आएंगे, बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाओं से पारा ज्यादा नहीं बढ़ेगाभारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि इस बार सर्दियों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ कम संख्या में आ सकते हैं। दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाएं लगातार आती रहेंगी। इससे बादल कम छाएंगे और इन गतिविधियों के असर से उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने के आसार हैं। यह तीन महीने का औसत पूर्वानुमान है, हालांकि तापमान में दिन-प्रतिदिन के आधार पर बदलाव होते रहते हैं।
नवंबर में रातें सर्द, दिन गर्म, इसलिए सर्दी नहीं लगी… नवंबर में उत्तर-पश्चिमी राज्यों में पहाड़ों से मैदानी राज्यों तक रात में तापमान (न्यूनतम) सामान्य से कम रहा, जबकि दिन में आसमान साफ रहने से तापमान (अधिकतम) सामान्य से ज्यादा हो गया। इसके चलते लोगों को सर्दी का अहसास नहीं हुआ।
नवंबर में दिन और रात के तापमान में बहुत ज्यादा अंतर रहने का यह लगातार दूसरा साल रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगर अगले साल भी ऐसा ही हुआ तो कहा जा सकता है कि सर्दी के पैटर्न में बदलाव आ चुका है।
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